धनुरासन योग की सम्पूर्ण जानकारी ,प्रयोग विधि,लाभ,सावधानियां

 

धनुरासन योग

धनुरासन योग की सम्पूर्ण जानकारी ,प्रयोग विधि,लाभ,सावधानियां
    
👉धनुरासन एक धनुष की आकृति का दिखने वाला आसन है जो हठ योग के बारह आसनों में से एक है। धनुरासन करने के निम्नलिखित विधि का प्रयोग करते है ।

1.समतल जमीन पर दरी को बिछाकर पेट की बल लेट जायें ।

2. हाथों को शरीर के दोनों ओर सीधा रखें और पैरों को नितंब जितनी दूर रखें ।

3.घुटनों को मोड़कर कमर के पास में लायें ।

4.टखने को हाथों से पकड़ें ।

5.छाती को जमीन से उपर उठाते हुये स्वांस को अन्दर भरें और पैरों को कमर की ओर खींचे ।

6.अपनी दृष्टि को सामने रखें और चेहरे पर खुशी रखें

7.श्वांस की स्थित पर ध्यान करें,और आसन में स्थिर हो जायें ।

8.20-25 सेकेँड के बाद सांस को बाह छोड़ते हुये धीरे-धीरे पुनः अपनी साधारण मुद्रा में आ जायें ।

धनुरासन के लाभः- 

हमारा सम्पूर्ण शरीर लचीला होता है व चेहरे पर चमक आती है तथा कमर मजबूत होती है नियमित धनुरासन का अभ्यास करने से मांसपेशियों में अच्छा खिंचाव आता है और बैली फैट घटती है । धनुरासन करने से शुगर/मधुमेह में भी आराम मिलता है । गर्दन सीना और कंधे सुडौल होते है । नियमित अभ्यास से अवसाद(स्ट्रेस) से बचाव किया जा सकता है ।

धनुरासन करने में सावधानियांः-

धनुरासन योग सदैव खाली पेट ही करना चाहिये । धनुरासन योग उन साधको को करते हुये ध्यान रखना चाहिये जिनकी गर्दन ,पीठ के निचले हिस्से में किसी प्रकार की समस्या हो तो धनुरासन योग का अभ्यास न करें ।


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