धनुरासन योग
1.समतल
जमीन पर दरी को बिछाकर पेट की बल लेट जायें ।
2. हाथों
को शरीर के दोनों ओर सीधा रखें और पैरों को नितंब जितनी दूर रखें ।
3.घुटनों
को मोड़कर कमर के पास में लायें ।
4.टखने को
हाथों से पकड़ें ।
5.छाती को
जमीन से उपर उठाते हुये स्वांस को अन्दर भरें और पैरों को कमर की ओर खींचे ।
6.अपनी
दृष्टि को सामने रखें और चेहरे पर खुशी रखें ।
7.श्वांस
की स्थित पर ध्यान करें,और आसन में स्थिर हो जायें ।
8.20-25
सेकेँड के बाद सांस को बाह छोड़ते हुये धीरे-धीरे पुनः अपनी साधारण मुद्रा में आ
जायें ।
धनुरासन
के लाभः-
हमारा सम्पूर्ण
शरीर लचीला होता है व चेहरे पर चमक आती है तथा कमर मजबूत होती है। नियमित धनुरासन का अभ्यास करने से
मांसपेशियों में अच्छा खिंचाव आता है और बैली फैट घटती है । धनुरासन करने से
शुगर/मधुमेह में भी आराम मिलता है । गर्दन सीना और कंधे सुडौल होते है । नियमित
अभ्यास से अवसाद(स्ट्रेस) से बचाव किया जा सकता है ।
धनुरासन करने में सावधानियांः-
धनुरासन योग सदैव खाली पेट ही करना चाहिये । धनुरासन योग उन साधको को करते हुये ध्यान रखना चाहिये जिनकी गर्दन ,पीठ के निचले हिस्से में किसी प्रकार की समस्या हो तो धनुरासन योग का अभ्यास न करें ।


गुड योग
जवाब देंहटाएं