नेचुरल तरीके से बालों को घना और काला कैसे करें?

 
नेचुरल तरीके से बालों को घना और काला कैसे करें?

            नमस्कार साथियों आज हम आपको प्राकृतिक नुख्सों से बालों को घना और काला बनाने की आसान विधि के बारे में बात करेंगे । आयुर्वेद प्रणाली के माध्यम से हमारे पूर्वज कई वर्षों तक प्राकृतिक तरीके से अपने आप को स्वस्थ रखते थे, किन्तु आज जब वातावरण में प्रदूषण अत्यधिक है और आयुर्वेद चिकित्सा प्रणाली की आवश्यकता भी अधिक है । इसलिये आज हम नेचुरल तरीके से बालों को घना और काला बनाने के आयुर्वेदिक उपायों के बारे में जानेंगे ।

असमय बालों का सफेद होना व झड़ने के कारण –

                   आधुनिक विज्ञान के अनुसार हमारे बालों की जड़ों में मौजूद मेलाइनोसाइट सेल के कम काम करने से ये मेलानिन रंग के उत्सर्जन में कमी आ जाती है और बालों को काला होने में मेलानिन की महत्वपूर्ण भूमिका होने के कारण बाल असमय सफेद हो जाते है ।


आयुर्वेद के अनुसार असमय बालों का सफेद होना व झड़ना पित्त दोष के कारण होता है ।

  • पित्त दोष व मोलाइनोसाइट सेल के कमजोर होने के निम्नलिखित कारण है ।

1.वातावारण का दूषित होना एक प्रमुख कारण है ।


2.हमारा खान-पान भी एक कारण है ।



3.तनाव ग्रस्त जीवन भी एक कारण है ।

4.नियमित व्यायाम न करना भी एक कारण है ।



5.शरीर में ब्लड सर्कुलेशन का पूर्णतः न होना भी एक कारण है ।



प्राकृतिक इलाज /उपाय-

1.पीली सरसों का शुद्ध तेल 200 ग्राम



2.भृंगराज 20 ग्राम



3.जटामासी 20 ग्राम



4.सूखा आंवला 25 ग्राम



5.मेथी दाना 25 ग्राम



बनाने की विधि –

सर्वप्रथम पीले सरसों के तेल को उक्त दिये गये मात्रा के अनुसार लेकर हल्की ऑच में गर्म करेंगे तथा उक्त सम्पूर्ण सामग्री को दिये गये मात्रा के अनुसार तेल में डालकर धीमी ऑच को बन्द कर देंगे और एक कांच के जार में सम्पूर्ण मिश्रण को भरकर 14 दिन के लिये धूप में रख देंगे । 14 दिवस पूर्ण होने पर तेल को छान कर किसी भी बर्तन या कांच के जार में रख लें । अब आपका आयुर्वेदिक तेल प्रयोग हेतु तैयार हो गया है ।

प्रयोग कि विधि-

आपने जो तेल तैयार किया है उस तेल सुरुवात के एक महीना तो स्नान करने से पूर्व नियमित प्रयोग करना है तथा बाद में उस तेल को सप्ताह में कम से कम 03 बार स्नान करने से पूर्व अपने सिर पर प्रयोग अवश्य करें ।  तैयार तेल को स्नान से 01 घंटा पूर्व ही लगाना है तत्पश्चात स्नान करना है ।

सावधानियां-

तेल प्रयोग करने के साथ किसी प्रकार की मेडिसिन का प्रयोग नहीं करना है तथा नियमित शीर्षासन योग करना है क्योंकि शीर्षासन करने से हमारे सिर का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है और सिर की समस्त कोशिकाओं तक रक्त प्रवाहित हो जाता है ।

 

 

2 टिप्पणियाँ

और नया पुराने

संपर्क फ़ॉर्म