जोड़ दर्द/घुटनों के दर्द का आयुर्वेदिक उपाय
आज
हमारे आस-पास या घर में एक ऐसा व्यक्ति जरुर होगा जिसके घुटनें/जोड़ों में दर्द
रहता होगा । घुटनों/जोड़ो में दर्द का मुख्यतः कारण हमारे घुटने/जोड़ो के बीच की
कार्टेलेज का घिस जाना या ग्रीस/चिकनायी का कम होना हो सकता है। उक्त कारण से व्यक्ति का चलना उठना बैठना व किसी भी कार्य
को करने में समस्या का सामना करना पड़ता होगा । तो आज हम घुटनों/जोड़ों में होने
वाले दर्द के अन्य कारण को भी जानेंगे ।
·बहुत अधिक खट्टे का सेवन करने से भी ।
· आयुर्वेद के अनुसार खड़े होकर पानी पीने से भी घुटनों में समस्या हो सकती है ।
· किसी दुर्घटना में घुटनों/जोड़ों में चोट लगने के कारण ।
· अर्थराईटिस भी घुटनों में दर्द का एक कारण है ।
.घुटनों/जोड़ों के दर्द का कारण बढ़ती उम्र भी हो
सकती है बढ़ती उम्र में घुटनों के बीज की चिकनायी/ग्रीस घिस जाती है ।
👉उक्त किसी
भी प्रकार की घुटने/जोड़ों में समस्या है तो आज उसका प्राकृतिक नुख्से से ठीक करने
के उपाय के बारें में जानेंगे ।
1.तिल
का तेल 50 ग्राम
क्या है प्राकृतिक उपाय-
1.तिल
का तेल 50 ग्राम
2. कपूर
20 ग्राम
3.लहसुन
20 ग्राम
4.मेथी
के दाने 20 ग्राम
प्रयोग
विधि-
तिल के तेल
में मेथी व लहसुन को दिये गये मात्रा के अनुसार तेल में डालकर हल्की आंच पर गर्म
करेंगे जब लहसुन का कलर सुनहरा हो जाये, तो तेल को आंच से उतार लेंगे और उसमें कपूर
को पीसकर मिलायेंगे । उक्त सभी सामग्री को उचित मात्रा में मिलाकर प्राप्त किये हुये
तेल को किसी जार में भरकर रख लें । अब हम हल्का गर्म कर इस तेल को कभी अपने घुटनें
व जोड़ों व अन्य शरीर के किसी अन्य भाग पर जहां दर्द हो प्रयोग कर सकते है । तेल
के प्रयोग करने के पश्चात ठण्डे हवा के सम्पर्क में न आयें । तेल लगाकर घुटनें और
जोड़ों को किसी भी सूती कपड़े से ढककर रखें । 2-3 दिन का नियमित प्रयोग करने पर ही
आराम मिल जायेगा । घुटनों/जोड़ों के द्रर्द में क्या सेवन करें ?
·
हर सिंगार के पौधे के पत्तों को कूट कर एक गिलास
पानी में उबाल कर 5-7 मिनट के लिये ठण्डा होने दीजिये रात में रखकर सुबह पी लीजिये ।
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पोषण(NUTRITION)










